ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डेविड वार्नर ने अपने करियर का आखरी टेस्ट मैच पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी में खेला। 37 साल के वार्नर ने अपने 16 साल के क्रिकेटिंग करियर को 6 जनवरी 2024 को अलविदा कहा। 16 साल का यह करियर वार्नर के लिए आसान नहीं रहा है। क्रिकेटिंग करियर के शुरुवात से लेकर अंत तक उनको काफी समस्याओं से गुजरना पड़ा जो व्यक्तिगत और आर्थिक तौर पर दोनों रही।
बचपन:
27 अक्टूबर 1986 को डेविड एंड्रू वार्नर ऑस्ट्रेलिया के New South Wales के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे । उन्हे बचपन से ही क्रिकेट में दिलचस्पी थी। पिता Howard Warner एक फैक्ट्री में काम करते थे और माता Lorraine Warner पेशे से नर्स थी। आर्थिक स्थिति ख़राब होने की वजह से वार्नर को बचपन से ही बहुत कुछ सहना पड़ा। टेलीग्राफ को एक इंटरव्यू देते हुए वार्नर ने कहा था कि उनका पहला बैट SS Jumbo था। पिता से साफ़ निर्देश थे कि बल्ले को बच्चे जैसा सहेज कर रखना है। वार्नर इसे काफी सहजतापूर्वक इस्तेमाल करते थे क्योंकि उन्हें पता था की अगर इसे कुछ हुआ तो परिवार की हालत ऐसी नहीं है कि उसे वह ठीक करा पाए। उन्होंने बताया कि किस तरह बचपन में उनकी टीम के लोग हर छह महीने में अपना किट बदलते थे लेकिन वार्नर ने वह SS Jumbo बैट पुरे 2 साल तक इस्तेमाल किया जब तक वह उधड़ ना गया हो।
वार्नर ने अनुसार उनके माता-पिता उनके और उनके भाई के लिए काफी मेहनत करते थे। लेकिन किसी चीज़ को मांगने पर हमेशा उनसे ना ही सुनने मिलता था। इसके बाद वार्नर को समझ आया कि अगर जिंदगी में कुछ चाहिए तो जाओ और कमाकर लाओ। इसके बाद 14 साल के उम्र में पैसो की तंगी की वजह से वार्नर ने एक स्टोर में काम चालू किया। साथ ही छुट्टी के दिनों में लोगों के घर अखबार भी बाटें ताकि वह अपना खर्चा निकाल सके। वार्नर ने कहा था कि मै खुद के पैसों से अपने माता-पिता को क्रिसमस पर गिफ्ट देता हूँ जो मेरे लिए गर्व की बात है।
क्रिकेट करियर:
Pocket Dynamite कहे जाने वाले डेविड वार्नर को बचपने में कोच ने दाहिने हाथ से बल्लेबाज़ी करने को कहा था। लेकिन उनकी माँ जानती थी की वार्नर बाएं हाथ की बल्लेबाजी अच्छा करता है और उनके कहने के बाद डेविड वार्नर ने फिर से बाएं हाथ से बल्लेबाजी चालू कर दी। बचपन में स्कूल के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें Australia की अंडर-19 टीम के लिए चुन लिया गया। 2006-07 में अच्छे बैटिंग के दम पर उन्हें New South Wales के लिए Big Bash League में खेलने का मौका मिला। 2008-09 में ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ Mathew Hayden और Adam Gilchrist के संन्यास लेने के बाद टीम को उनकी जगह विस्फोटक बल्लेबाज़ की जरुरत थी।
2008 वार्नर के करियर के लिए एक टर्निंग पॉइंट रहा जहाँ New South Wales vs Tasmania के मैच में उन्होंने नाबाद 165 रनों की पारी खेली थी । जिसके बाद वार्नर को 2009 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20 में ऑस्ट्रेलिया टीम शामिल कर लिया गया था। इस मैच में उन्होंने विस्फोटक 43 बॉल पे 89 रन बनाये थे। नेशनल टीम में शामिल होने के साथ-साथ वार्नर ने 132 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था क्युकी वह पहले खिलाड़ी थे जिन्हे फर्स्ट क्लास मैच का कोई अनुभव नहीं था और वह इंटरनेशनल मैच खेल रहे थे।
टी-20 में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें 2009 जनवरी मे ही ODI में भी मौका मिला जिसमे उन्होंने विस्फोटक 69 रनों की पारी खेली । इस इनिंग ने सभी लोगों का ध्यान वार्नर के टैलेंट की ओर खींचा था। 2011 में New Zealand के खिलाफ उन्हें टेस्ट में मौका मिला जिसमे वह होबार्ट मैदान में शतक ठोक कर सबको यहाँ बता दिया था कि वह सिर्फ विस्फोटक बल्लेबाजी ही नहीं बल्कि समय आने पर डिफेन्सिव बल्लेबाजी भी कर सकते है।
आक्रामक व्यक्तित्व के खिलाड़ी थे वॉर्नर:
डेविड वार्नर एक विस्फोटक बल्लेबाज़ के साथ-साथ मैदान में आक्रामक खिलाड़ी भी है। हर कुछ समय में दूसरे टीम के खिलाड़ियों के साथ उनका विवाद सामने आया करता था। लेकिन वार्नर के 3 ऐसे विवाद थे जिसने वॉर्नर का करियर बदलकर रख दिया था :
जो रूट पर हमला : 9 जून 2013 को, एजबेस्टन में ऑस्ट्रेलिया के इंग्लैंड से आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी मैच हारने के बाद, वार्नर ने बर्मिंघम के वॉकअबाउट बार में जो रूट पर हमला किया। इस घटना के बाद, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने वार्नर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और कहा कि वार्नर पर £7,000 का जुर्माना लगाया जाएगा और वह 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और टूर मैचों के बाकी मैच नहीं खेलेंगे।
डी कॉक और वॉर्नर के बीच अभद्र टिप्पणियाँ : 4 मार्च 2018 को, जब डरबन में पहले टेस्ट के चौथे दिन चाय के समय ऑस्ट्रेलियाई और दक्षिण अफ्रीकी दोनों खिलाड़ी अपने ड्रेसिंग रूम में वापस लौट रहे थे, तो सीढ़ी पर वार्नर और क्विंटन डी कॉक के बीच भद्दी टिप्पणियां की गईं। इस घटना के बाद वीडियो फुटेज के आधार पर आईसीसी ने वॉर्नर पर मैच फीस का 75% काटकर जुर्माना लगाया और 3 डिमेरिट अंक दिए. वहीं, डी कॉक पर मैच फीस का 25% जुर्माना लगाया गया और 1 डिमेरिट प्वाइंट दिया गया।
गेंद के साथ छेड़-छाड़: 24 मार्च 2018 को, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शाम के सत्र के दौरान, ऑस्ट्रेलिया के कैमरून बैनक्रॉफ्ट को एक छोटी सी पीली वस्तु (बॉल-टैम्परिंग) से गेंद को नुकसान पहुंचाते हुए कैमरे में कैद किया गया था। दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में, बैनक्रॉफ्ट ने स्वीकार किया कि वह पीले टेप के साथ गेंद को बदलने की कोशिश कर रहे थे, कप्तान स्टीव स्मिथ को इसकी पूरी जानकारी थी। जांच के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर को एक साल के लिए और कैमरून बैनक्रॉफ्ट को 9 महीने के लिए अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया।
वॉर्नर का बैन के बाद कम्बैक:
हालांकि इस घटना के बाद वॉर्नर को BCCI द्वारा IPL खेलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। अटकलें यह लगाई जा रही थी कि वार्नर का करियर यही ख़त्म हो जायेगा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और ऐसी वापसी करी जिसमे उनके बैटिंग और व्यक्तित्व दोनों का एक अलग अंदाज दिखा। 2019 में IPL में वापसी करते हुए उन्होंने 600 से ज्यादा रन बनाये और तीसरी बार ऑरेंज कप होल्डर बने। इस प्रदर्शन को देखते हुए वार्नर को इंग्लैंड में खेले जा रहे 2019 विश्वकप में भी जगह मिली जिसमे उन्होंने 3 शतक ओर 3 अर्धशतक लगाकर टूर्नामेंट के दूसरे सर्वाधिक स्कोरर बने।
Stats:
वार्नर ने अपने करियर में 112 टेस्ट खेले जिसमे उन्होंने 26 शतक/ 37 अर्धशतक/ 3 दोहरे शतक से 8786 रन बनाये, ODI मे 22 शतक/33 अर्धशतक से 6932 रन बनाये, टी20 में 1 शतक/50अर्धतक से 2894 रन बनाये और IPL में हैदराबाद ओर दिल्ली से खेलते हुए 4 शतक/61 अर्धशतक से 6397 रन बनाये। डेविड वार्नर 2015 और 2023 में ODI वर्ल्ड कप विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया का हिस्सा रहे , 2021 T-20 वर्ल्ड कप विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया के हिस्सा रहे और 2021-23 के टेस्ट वर्ल्ड चैंपियनशिप की विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया के हिस्सा रहे ।
वार्नर द्वारा रिकॉर्ड:
एक कैलेंडर वर्ष में 7 वनडे शतक बनाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज
वार्नर 1,500 T20I रन तक पहुंचने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई और कुल मिलाकर छठे हैं
30 नवंबर 2019, वार्नर पाकिस्तान के खिलाफ एडिलेड ओवल में 335* के स्कोर के साथ तिहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने।
27 अक्टूबर 2019 को, उन्होंने अपना पहला T20I शतक बनाया, और खेल के तीनों प्रारूपों में शतक बनाने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई बन गए।
एलन बॉर्डर मेडल: 2016, 2017,2020
ऑस्ट्रेलियन टेस्ट प्लेयर ऑफ़ द इयर: 2016
ऑस्ट्रेलियन वन डे इंटरनेशनल प्लेयर ऑफ द ईयर: 2017, 2018
ब्रैडमैन यंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर: 2012
इंडियन प्रीमियर लीग ऑरेंज कैप: 2015, 2017, 2019
ICC पुरुष T20 विश्व कप प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट: 2021
रोहित और विराट जैसी है वार्नर की लोकप्रियता:
भारत में रोहित शर्मा और विराट कोहली की काफी बड़ी लोकप्रियता है लेकिन इस लिस्ट में डेविड वार्नर भी शामिल है। डेविड वार्नर उन कुछ चुनिंदा गैर भारतीय खिलाडियों मे से एक है जिन्हे भारतीय क्राउड काफी प्यार करती है। जब भी वह भारत खेलने आते है तो उनके नाम की गूंज क्राउड से सुनाई देती है। इसका एक कारण है इंस्टाग्राम के रील्स , वार्नर ज्यादातर अपनी वीडियो भारतीय गानों या उसके फिल्मों की मिमिक करते है। साथ ही वह भारतीय संस्कृति की काफी इज्जत भी करते है। दूसरी वजह है की वार्नर IPL में SRH और Delhi के लिए खेलते है जिसकी वजह से उनकी फैन फोल्लोविंग भारत में काफी बड़ी है।
बच्चों से काफी लगाव :
डेविड वार्नर बच्चों से काफी प्यार करते है और यह हमें अक्सर देखने को मिलता रहता है । अपने बचपने को याद करते हुए वार्नर ने कहा था कि आपके सपने बहुत जरुरी है. बड़े सपने देखने में डरो नहीं और अपने उप्पर विश्वास रखो जैसे मैंने रखा था. आप चाहे कुछ भी बना चाहते हो आपको उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत कर्णनी होगी। हम अक्सर देखते है कि मैच के दौरान वार्नर अपनी ग्लव्स ऑडियंस में बैठे बच्चों को दे देते है , शायद इसलिए क्योंकि वह जानते है उनके बचपने में किये गए संघर्ष को।
पाकिस्तान के खिलाफ आखरी टेस्ट मैच :
वार्नर ने जून 2023 में ही टेस्ट से सन्यास का ऐलान कर दिया था। 6 जनवरी को सिडनी में अपने करियर का आखिरी मैच खेलते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया टीम को अपने अर्धशतक के दम पर जीत दिलाई और पुरे क्राउड को चारों ओर मैदान में देखते हुए सभी लोगों का शुक्रियादा किया। शायद वह जाते हुए भी अपने बचपने को याद कर रहे थे जब उन्होंने इतना बड़ा प्लेयर बनने का सपना देखा था। 1 जनवरी को उन्होंने ODI से भी सन्यास का एलान कर दिया है लेकिन टी 20 में अभी तक ऐसी कोई खबर नहीं है ।
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